Thursday 19 August 2010

गांव छोड़ब नहीं

Buzz It

कल पीपली लाइव के एक लोक धुन पर आधारित गीत की बात हुई थी.. आज एक पुराना पर शायद आज के वक्त और परिस्थितों के लिए उपयुक्त गीत... काशीपुर में बॉकसाइट  खदानों के खनन की ख़िलाफ़त करने वाले आदिवासी नेता भगवान माझी के गीत से प्रभावित होकर ये गीत रचा गया है ...जिसका सार जल, जंगल और ज़मीन को बचाए रखने से जुड़ा है...



गीत बताता है कि कैसे कुछ मुनाफ़ाख़ोर लोग, जंगल में रहने वाले आदिवासियों की जिंदगी को प्रभावित करते हैं ...


( नोट इस गीत को सिर्फ़ नक्सलवाद या माओवाद से न जोड़ें)

और अब सुनिये पूरा गीत


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